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64 योगिनी मंत्र: हर संकट और नकारात्मक ऊर्जा का अंत करने वाला महामंत्र

64 Yogini Mantra

भारतीय सनातन परंपरा में 64 योगिनियाँ (64 Yogini Mantra) आदि शक्ति माँ काली का ही विस्तार मानी जाती हैं। ये कोई साधारण देवियां नहीं, बल्कि ब्रह्मांड की वे प्रचंड शक्तियां हैं जो असंभव को भी संभव कर सकती हैं।

अक्सर लोग गूगल पर 64 Yogini Mantra खोजते हैं और उन्हें 64 अलग-अलग मंत्रों की लंबी लिस्ट मिल जाती है, जिसे देखकर वे घबरा जाते हैं। आज के इस ब्लॉग में हम आपको वह गुप्त “समूह मंत्र” (Collective Mantra) बताएंगे, जिससे आप बिना किसी कठिन साधना के सभी 64 योगिनियों की कृपा एक साथ पा सकते हैं।


64 योगिनी मंत्र क्या है? (What is the 64 Yogini Mantra?)

तंत्र शास्त्र के अनुसार, योगिनियों की साधना दो तरह से होती है:

  1. व्यापक साधना: जिसमें 64 योगिनियों के अलग-अलग मंत्रों का जाप होता है।
  2. समूह साधना (सर्वश्रेष्ठ): जिसमें एक ही मंत्र से सभी 64 शक्तियों का आवाहन किया जाता है। गृहस्थ लोगों के लिए यही विधि सबसे सुरक्षित और फलदायी है।

सिद्ध 64 योगिनी समूह मंत्र:

|| ॐ ऐं ह्रीं श्रीं चतुःषष्टि योगिनीभ्यो नमः ||

(Om Aim Hreem Shreem Chatuh-Shashti Yoginibhyo Namah)

मंत्र का अर्थ और शक्ति:

  • ॐ: ब्रह्मांड की आदि ध्वनि।
  • ऐं (Aim): यह ज्ञान और बुद्धि का बीज मंत्र है।
  • ह्रीं (Hreem): यह माया और आकर्षण का बीज मंत्र है।
  • श्रीं (Shreem): यह धन और ऐश्वर्य का बीज मंत्र है।
  • चतुःषष्टि योगिनीभ्यो नमः: इसका अर्थ है – “मैं उन 64 दिव्य शक्तियों (योगिनियों) को एक साथ नमन करता हूँ।”

64 योगिनी मंत्र के रहस्यमयी लाभ (Benefits)

इस एक मंत्र के जाप से आपको जीवन के हर क्षेत्र में सुरक्षा और सफलता मिलती है:

  1. अभेद्य सुरक्षा कवच: यह मंत्र आपके और आपके परिवार के चारों ओर एक ऐसा आध्यात्मिक घेरा (Shield) बनाता है, जिसे कोई काला जादू या बुरी नजर भेद नहीं सकती।
  2. शत्रु बाधा निवारण: अगर आप कोर्ट केस या गुप्त शत्रुओं से परेशान हैं, तो यह मंत्र विजय दिलाता है।
  3. वास्तु दोष की समाप्ति: जिस घर में यह मंत्र गूंजता है, वहां की नकारात्मक ऊर्जा (Negative Energy) तुरंत खत्म हो जाती है।
  4. रुके हुए काम बनना: 64 योगिनियाँ “कार्य सिद्धि” की देवियां हैं। आपकी मेहनत का फल मिलने लगता है।

मंत्र जाप की सुरक्षित विधि (Safe Ritual for Householders)

चेतावनी: 64 योगिनियां उग्र स्वभाव की भी होती हैं, इसलिए कभी भी किसी का बुरा करने के लिए इनका जाप न करें। केवल अपनी सुरक्षा और उन्नति का भाव रखें।

  • समय (Time): योगिनियों की शक्तियां सूर्यास्त के बाद (रात्रि काल) में जाग्रत होती हैं।
  • दिशा (Direction): दक्षिण (South) या पूर्व (East) दिशा की ओर मुख करें।
  • दीपक: सरसों के तेल का दीपक जलाना अनिवार्य है।
  • माला: रुद्राक्ष या काले हकीक की माला का प्रयोग करें।
  • संख्या: प्रतिदिन 1 माला (108 बार) जाप पर्याप्त है।

क्या 64 अलग-अलग मंत्र होते हैं? (Clarification)

अक्सर लोग इंटरनेट पर देखते हैं कि 64 योगिनियों के 64 अलग-अलग नाम वाले मंत्र होते हैं। यह बिल्कुल सच है।

तंत्र साधना में दो तरीके होते हैं:

  1. नामावली जाप (Naamavali): इसमें 64 देवियों (जैसे ॐ काली, ॐ कराली, ॐ ईशानी…) का अलग-अलग नाम लेकर 64 बार आहुति या नमन किया जाता है। यह एक विस्तृत पूजा विधि है।
  2. मूल मंत्र (Mool Mantra): यह वह मंत्र है जो मैंने ऊपर दिया है (ॐ ऐं ह्रीं श्रीं चतुःषष्टि योगिनीभ्यो नमः)। इसका अर्थ है –“मैं सभी 64 शक्तियों को एक साथ प्रणाम करता हूँ।”

सामान्य गृहस्थ लोगों के लिए ‘मूल मंत्र’ ही सबसे श्रेष्ठ और सुरक्षित माना गया है, क्योंकि इसमें गलती होने की संभावना नहीं होती।


निष्कर्ष (Conclusion)

64 योगिनी मंत्र (64 Yogini Mantra) भय को शक्ति में बदलने का विज्ञान है। जब आप सच्चे मन से माँ आदिशक्ति के इन 64 स्वरूपों को याद करते हैं, तो जीवन की बड़ी से बड़ी बाधा भी छोटी लगने लगती है।

|| जय माँ योगिनी ||

Disclaimer: यह जानकारी विभिन्न धार्मिक स्रोतों और मान्यताओं पर आधारित है। हम इसकी 100% सत्यता या किसी भी प्रकार के फल की गारंटी नहीं लेते हैं। कृपया अपने विवेक का प्रयोग करें और विशेषज्ञ की सलाह लें।

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