काले काले बादल में काली घटा छाई हैं – भजन (Kale Kale Badal Mein Kali Ghata Chhai Hai Lyrics)

Bhajan Title: Kale Kale Badal Mein Kali Ghata Chhai Hai Bhajan Lyrics in Hindi.

Kale Kale Badal Mein Kali Ghata Chhai Hai Bhajan Lyrics

काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,

काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,

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रोज रोज कान्हा मेरे
बागो में जाता,
रोज रोज कान्हा मेरे
बागो में जाता,

बागो में जाता कान्हा
फूल चुराता,
बागो में जाता कान्हा
फूल चुराता,

कौन सी मालननिया की
नजर लग जाती हैं,
कौन सी मालननिया की
नजर लग जाती हैं,

काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,


रोज रोज कान्हा मेरे
पनघट में जाता,
रोज रोज कान्हा मेरे
पनघट में जाता,

पनघट में जाता कान्हा
गगरियाँ भराता,
पनघट में जाता कान्हा
गगरियाँ भराता,

कोन सी गोपनियन की
नजर लग जाती हैं,
कोन सी गोपनियन की
नजर लग जाती हैं,

काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,

Raat mere Kaana Ko Neend Nahi Aayi Hai Lyrics


रोज रोज कान्हा मेरे
तालो में आता,
रोज रोज कान्हा मेरे
तालो में आता,

तालो में आता कान्हा
कपड़े चुराता,
तालो में आता कान्हा
कपड़े चुराता,

कोन सी धोबियन की
नजर लग जाती हैं,
कोन सी धोबियन की
नजर लग जाती हैं,

काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,


रोज रोज कान्हा मेरे
मंदिर में आता,
रोज रोज कान्हा मेरे
मंदिर में आता,

मंदिर में आता कान्हा
पूजा कराता,
मंदिर में आता कान्हा
पूजा कराता,

कोनसी पुजारन की
नजर लग जाती हैं,
कोनसी पुजारन की
नजर लग जाती हैं,

काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,

Kale Kale Badal Mein Kali Ghata Chhai Hai Lyrics


रोज रोज कान्हा मेरे
महलो में आता,
रोज रोज कान्हा मेरे
महलो में आता,

महलो में आता कान्हा
भोजन बनाता,
महलो में आता कान्हा
भोजन बनाता,

कोन सी महारानी की
नजर लग जाती हैं,
कोन सी महारानी की
नजर लग जाती हैं,

काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,


रोज रोज कान्हा मेरे
सत्संग में आता,
रोज रोज कान्हा मेरे
सत्संग में आता,

सत्संग में आता कान्हा
रास रचाता,
सत्संग में आता कान्हा
रास रचाता,

कोन सी सखीयन की
नजर लग जाती हैं,
कोन सी सखीयन की
नजर लग जाती हैं,

काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,


काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,
काले काले बादल में
काली घटा छाई हैं,

रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,
रात मेरे कान्हा को
नींद नहीं आयी है,


इति Kale Kale Badal Mein Kali Ghata Chhai Hai Bhajan Lyrics in Hindi सम्पूर्ण॥

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