Mahagauri Aarti
स्वागत है हमारे ब्लॉग में, जहां हम “मां महागौरी आरती” Maa Mahagauri Aarti Lyrics के पावन शब्दों में डूबते हैं।
यह आरती मां महागौरी को समर्पित एक अद्भुत स्तुति है, जो उनकी शक्ति, ममता, और करुणा को दर्शाती है।
इन पंक्तियों के माध्यम से मां महागौरी की कृपा प्राप्त करें और उनकी अनुकंपा से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भरें।
आइए, मां महागौरी के इस दिव्य स्वरूप को नमन करें और उनके आशीर्वाद का लाभ उठाएं। जय मां महागौरी!
जय महागौरी जगत की माया।
जया उमा भवानी जय महामाया॥
हरिद्वार कनखल के पासा।
महागौरी तेरा वहां निवासा॥
चंद्रकली और ममता अंबे।
जय शक्ति जय जय मां जगदंबे॥
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Mahagauri Mata Ki Aarti Lyrics
भीमा देवी विमला माता।
कौशिकी देवी जग विख्याता॥
हिमाचल के घर गौरी रूप तेर।
महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा॥
सती ‘सत’ हवन कुंड में था जलाया।
उसी धुएं ने रूप काली बनाया॥
बना धर्म सिंह जो सवारी में आया।
तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया॥
तभी मां ने महागौरी नाम पाया।
शरण आनेवाले का संकट मिटाया॥
शनिवार को तेरी पूजा जो करता।
मां बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता॥
भक्त बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो।
महागौरी मां तेरी हरदम ही जय हो॥
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