Social Sharing Buttons
Share

अंबिका मंत्र: माँ के वात्सल्य और सुरक्षा का महामंत्र

Ambika Mantra

भारतीय संस्कृति में ‘अंबिका’ शब्द का अर्थ है – माँ (Mother)। जिस तरह एक माँ अपने बच्चे के हर अपराध को क्षमा कर उसे गले लगा लेती है, उसी तरह देवी अंबिका अपने भक्तों की रक्षा करती हैं।

शास्त्रों के अनुसार, देवी अंबिका माँ गौरी (पार्वती) और दुर्गा का ही एक स्वरूप हैं। जैन धर्म और हिंदू धर्म दोनों में इनकी विशेष पूजा की जाती है। यदि आप जीवन में प्रेम, विवाह या संतान सुख की कामना रखते हैं, तो अंबिका मंत्र (Ambika Mantra) कलयुग में कल्पवृक्ष के समान है।

आज के इस लेख में हम आपको माँ अंबिका का सबसे सिद्ध और शुद्ध मंत्र बता रहे हैं।


शक्तिशाली अंबिका मंत्र (The Ambika Mantra)

यूँ तो माँ के कई मंत्र हैं, लेकिन “बीज मंत्र” युक्त यह मंत्र सबसे प्रभावशाली माना जाता है क्योंकि इसमें शक्ति का समावेश है।

सिद्ध मंत्र:

|| ॐ ह्रीं अंबिकायै नमः ||

(Om Hreem Ambikayai Namah)

सरल नाम मंत्र:

यदि आप बीज मंत्र का उच्चारण नहीं कर पा रहे हैं, तो केवल इस सरल मंत्र का जाप करें:

|| ॐ अंबिकायै नमः ||

(Om Ambikayai Namah)

उच्चारण विधि (Pronunciation Guide):

  • ह्रीं (Hreem): यह भुवनेश्वरी और महामाया का बीज मंत्र है। इसका उच्चारण नाभि से करें।
  • अंबिकायै (Ambikayai): ध्यान दें, यह ‘अंबिका’ नहीं, बल्कि चतुर्थी विभक्ति में ‘अंबिकायै’ (माँ अंबिका के लिए) है।

मंत्र का अर्थ (Meaning)

  • ॐ: परम चेतना या ईश्वर की ध्वनि।
  • ह्रीं: यह सृष्टि की रचना और पालन करने वाली शक्ति का प्रतीक है।
  • अंबिकायै नमः: मैं जगत जननी माँ अंबिका के चरणों में नमन करता/करती हूँ।

अंबिका मंत्र जाप के 4 प्रमुख लाभ (Benefits)

  1. सुखी वैवाहिक जीवन: जिन पतियों-पत्नियों में क्लेश रहता है, यदि वे साथ मिलकर इस मंत्र का जाप करें, तो प्रेम बढ़ता है।
  2. शीघ्र विवाह: विवाह में आ रही अड़चनें दूर करने के लिए कुंवारी कन्याएं या युवक इस मंत्र का आश्रय लेते हैं।
  3. संतान सुख: माँ अंबिका “प्रजनन और पालन” की देवी हैं। संतान प्राप्ति की कामना के लिए यह मंत्र अचूक है।
  4. सर्वत्र रक्षा: जैसे माँ बच्चे को आँचल में छुपा लेती है, यह मंत्र साधक को हर बुरी नजर और संकट से बचाता है।

जाप करने की सही विधि (Ritual)

चूंकि यह देवी साधना है, इसलिए इसमें पवित्रता और लाल रंग का महत्व अधिक है।

  • शुभ दिन (Day): शुक्रवार (Friday) या नवरात्रि के दिनों से शुरुआत करें।
  • दिशा (Direction): पूर्व (East) या उत्तर (North) की ओर मुख करें।
  • वस्त्र: लाल या गुलाबी रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है।
  • माला: लाल चंदन (Red Sandalwood) या स्फटिक (Crystal) की माला का प्रयोग करें।
  • भोग: माँ को मिश्री या खीर का भोग लगाएं।
  • संख्या: प्रतिदिन 1 माला (108 बार) जाप करें।

क्या कोई विशेष नियम है?

अंबिका मंत्र सात्विक है। इसे घर का कोई भी सदस्य जप सकता है। बस ध्यान रखें कि जाप के दौरान मन में किसी के प्रति ईर्ष्या या द्वेष न रखें। माँ अंबिका “प्रेम” की देवी हैं, वे तभी प्रसन्न होती हैं जब हृदय कोमल हो।


निष्कर्ष (Conclusion)

अंबिका मंत्र (Ambika Mantra) केवल शब्दों का दोहराव नहीं है, यह माँ को पुकारने की एक आवाज है। जब भी आप खुद को अकेला पाएं, आँखों को बंद करें और “ॐ अंबिकायै नमः” का जाप करें। आपको तुरंत भीतर एक शांति और सुरक्षा का अनुभव होगा।

|| जय माँ अंबिका ||

Also Read: 64 योगिनी मंत्र

Scroll to Top