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राहु बीज मंत्र: राहु दोष शांति और जीवन में सफलता का महामंत्र

Rahu Beej Mantra

राहु (Rahu) ज्योतिष शास्त्र में एक ऐसा ग्रह है जिसका नाम सुनते ही अक्सर लोग डर जाते हैं। इसे ‘छाया ग्रह’ माना जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अगर राहु शुभ हो, तो यह रंक को भी राजा बना सकता है?

राहु कूटनीति, अचानक धन लाभ, और तीक्ष्ण बुद्धि का कारक है। अगर आपकी कुंडली में राहु कमजोर है या परेशान कर रहा है, तो राहु बीज मंत्र (Rahu Beej Mantra) का जाप सबसे प्रभावशाली उपाय माना गया है।

आज के इस लेख में हम जानेंगे सही राहु बीज मंत्र, इसके जाप की विधि और इससे होने वाले चमत्कारिक लाभों के बारे में।


राहु बीज मंत्र क्या है? (What is Rahu Beej Mantra?)

वैदिक ज्योतिष और तंत्र शास्त्र के अनुसार, बीज मंत्र में किसी भी ग्रह की संपूर्ण शक्ति समाहित होती है। राहु को शांत करने और प्रसन्न करने के लिए यह सबसे लोकप्रिय और शक्तिशाली मंत्र है।

शुद्ध राहु बीज मंत्र:

|| ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः ||

(Om Bhraam Bhreem Bhroum Sah Rahave Namah)

उच्चारण पर विशेष ध्यान दें:

  • भ्रां (Bhraam): इसे ‘भ्राम’ न बोलें, नाक से अनुस्वार की ध्वनि आनी चाहिए।
  • भ्रीं (Bhreem): इसमें ई की मात्रा लंबी है।
  • राहवे (Rahave): इसे ‘राहुवे’ न पढ़ें, सही शब्द ‘राहवे’ है।

राहु बीज मंत्र का अर्थ (Meaning of the Mantra)

यह मंत्र राहु की कॉस्मिक (ब्रह्मांडीय) ऊर्जा के साथ जुड़ने का माध्यम है। इसमें प्रयोग किये गए बीज अक्षर (भ्रां, भ्रीं, भ्रौं) राहु की विभिन्न शक्तियों को जाग्रत करते हैं और ‘सः राहवे नमः’ का अर्थ है—हम राहु देव को नमन करते हैं और उनसे कृपा की प्रार्थना करते हैं।


राहु बीज मंत्र जाप के 5 बड़े फायदे (Benefits of Rahu Beej Mantra)

राहु बीज मंत्र का नियमित जाप करने से जीवन में अद्भुत बदलाव आते हैं:

  1. मानसिक शांति और भ्रम का नाश: राहु अक्सर मतिभ्रम (Confusion) और मानसिक तनाव देता है। इस मंत्र के जाप से मन शांत होता है और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।
  2. अचानक धन लाभ: राहु को आकस्मिक घटनाओं का कारक माना जाता है। यह मंत्र लॉटरी, शेयर बाजार या अचानक धन प्राप्ति के रास्ते खोल सकता है।
  3. शत्रुओं पर विजय: अगर आपके गुप्त शत्रु हैं या कोई षड्यंत्र रच रहा है, तो यह मंत्र आपको सुरक्षा प्रदान करता है।
  4. राहु महादशा में राहत: जिन लोगों की कुंडली में राहु की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, उनके लिए यह मंत्र किसी वरदान से कम नहीं है।
  5. रोगों से मुक्ति: राहु के कारण होने वाली रहस्यमयी बीमारियों (जिनका पता डॉक्टर न लगा पाएं) में इस मंत्र से राहत मिलती है।

Read this also: Rahu Mantra Benefits 


राहु बीज मंत्र जाप की सही विधि (How to Chant Correctly)

मंत्र का पूर्ण फल तभी मिलता है जब उसे सही विधि-विधान से किया जाए।

  • शुभ दिन (Day): शनिवार (Saturday) या बुधवार (Wednesday) से जाप शुरू करें।
  • समय (Time): राहु एक रात्रि-बली ग्रह है। इसलिए इसका जाप सूर्यास्त के बाद (रात्रि में) करना सबसे उत्तम होता है।
  • दिशा (Direction): दक्षिण-पश्चिम (South-West) दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  • माला (Rosary): रुद्राक्ष की माला या गोमेद रत्न की माला सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है।
  • आसन (Mat): काले या नीले रंग के ऊनी आसन का प्रयोग करें।
  • संख्या (Count): प्रतिदिन कम से कम 1 माला (108 बार) जाप करें। राहु की पूर्ण शांति के लिए 40 दिनों में 18,000 मंत्रों का जाप करने का विधान है।

जाप करते समय रखें ये सावधानियां (Precautions)

  1. शुद्धता: जाप करने से पहले हाथ-पैर धोकर कुल्ला कर लें।
  2. खान-पान: जिस दिन जाप शुरू करें, उस दिन तामसिक भोजन (मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज) का त्याग करें।
  3. एकाग्रता: जाप करते समय इधर-उधर की बातें न करें।

निष्कर्ष (Conclusion)

राहु बीज मंत्र (Rahu Beej Mantra) केवल एक प्रार्थना नहीं, बल्कि ऊर्जा का एक शक्तिशाली स्रोत है। यदि आप राहु के दुष्प्रभावों से जूझ रहे हैं, तो डरने की बजाय आज से ही इस मंत्र का जाप शुरू करें। विश्वास रखें, राहु देव आपकी रक्षा करेंगे और जीवन में सफलता के द्वार खोलेंगे।

(नोट: ज्योतिषीय उपाय सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। विशेष परिस्थिति में किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।)

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