माँ कालरात्रि मंत्र: भय का नाश और शुभता का आह्वान

Maa Kalratri Mantra: नवरात्रि के सातवें दिन, हम माँ दुर्गा के सबसे उग्र लेकिन अत्यंत दयालु स्वरूप, माँ कालरात्रि की पूजा करते हैं। यह स्वरूप भक्तों को सभी भय, नकारात्मकता और बाधाओं से मुक्ति दिलाता है। माँ कालरात्रि का रंग गहरा काला है, उनके केश बिखरे हुए हैं, और उनकी तीन आँखें ब्रह्मांडीय ऊर्जा से चमकती हैं। उनका वाहन गधा है और वे अपने हाथों में वज्र, तलवार और एक डरावना खड्ग धारण करती हैं। उनका यह डरावना रूप वास्तव में दुष्टों का नाश करने और भक्तों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए है।
आइए, माँ कालरात्रि के शक्तिशाली मंत्रों और उनके गूढ़ अर्थ को समझें, जो हमें आंतरिक शांति और शक्ति प्रदान करते हैं।
Maa Kalratri Mantra
माँ कालरात्रि मंत्र
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माँ कालरात्रि की पूजा का महत्व
माँ कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति को अदृश्य शत्रुओं, भय, दुर्घटनाओं और बुरी शक्तियों से सुरक्षा मिलती है। वे ग्रह बाधाओं को भी शांत करती हैं और राहु-केतु के बुरे प्रभावों को कम करती हैं। नवरात्रि के सातवें दिन इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में सकारात्मकता आती है, आत्मविश्वास बढ़ता है और सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं।
तो, इस नवरात्रि के सातवें दिन, माँ कालरात्रि के इन शक्तिशाली मंत्रों का जाप करें और उनके दिव्य आशीर्वाद से अपने जीवन को प्रकाशित करें। भय मुक्त होकर एक शुभ और समृद्ध जीवन की ओर कदम बढ़ाएँ।