आपका स्वागत है हमारे भजन अनुभाग में, जहाँ हम प्रस्तुत कर रहे हैं “मेरे राम मुझको देना सहारा कही छूट जाये न दामन तुम्हारा” (Mere Ram Mujhko Dena Sahara Lyrics) के भावपूर्ण लिरिक्स। इस भजन में भक्त की वह भावना समाहित है जिसमें वह भगवान राम से अटूट सहारा और संगीत की कामना करता है। प्रत्येक पंक्ति एक प्रार्थना है, जो जीवन की यात्रा में उनकी दिव्य सान्निध्य की आकांक्षा रखती है।
Mere Ram Mujhko Dena Sahara Lyrics
मेरे राम मुझको देना सहारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा,
दामन तुम्हारा, दामन तुम्हारा,
दामन तुम्हारा दामन,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥
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इशारो से मुझको बुलाती ये दुनिया,
तेरे रास्ते से हटाती ये दुनिया,
तेरा नाम मुझको है प्राणो से प्यारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥
आओ कही हो ना जाये देरी,
भाग्य बना है अपनी प्रीत में बैरि,
आके दिखा दो राम प्रीत का नजारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥
बचपन से प्रीत राम तुमसे ही जोड़ी,
कही टूट जाये ना प्रीत की डोरी,
जल्दी से आओ राम तेरा सहारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥
तेरे सिवा दिल में समाये न कोई,
लगन का ये दीपक बुझाए कोई,
तू ही मेरी कश्ती राम तूही किनारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥
मेरे राम मुझको देना सहारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा,
दामन तुम्हारा, दामन तुम्हारा,
दामन तुम्हारा दामन,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥
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हमें आशा है कि “मेरे राम मुझको देना सहारा कही छूट जाये न दामन तुम्हारा” भजन आपके हृदय को छू गया होगा और आपकी भक्ति को और भी गहरा कर दिया होगा। इस भजन के माध्यम से, हमें भगवान राम के सानिध्य की अनुभूति होती है और हर कदम पर उनका साथ महसूस होता है। उनके दिव्य आशीर्वाद की कामना करते हुए, अगली बार फिर मिलेंगे एक नए भजन के साथ।