Summary: गणेश जी की आरती ‘जय गणेश, जय गणेश देवा’ (Ganesh Ji Ki Aarti) के संपूर्ण बोल हिंदी में पढ़ें। भक्ति भाव से भरी आरती, अर्थ और वीडियो सहित।
गणेश जी की आरती | Ganesh Ji Ki Aarti – लिरिक्स हिंदी में पढ़ें

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
गणेश जी की आरती का महत्व
गणेश जी की आरती का पाठ करने से बुद्धि, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है। यह आरती विशेष रूप से गणेश चतुर्थी, मंगलवार और शनिवार को गाई जाती है। भक्तों का विश्वास है कि इस आरती का नियमित पाठ करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और जीवन में मंगल होता है।
FAQ’s for (Ganesh Ji Ki Aarti with Lyrics)
उत्तर: यह आरती विशेष रूप से बुधवार और गणेश चतुर्थी जैसे पर्वों पर गाई जाती है। इसके अलावा, किसी भी शुभ कार्य या पूजा-पाठ की शुरुआत से पहले गणेश जी की आरती करना मंगलकारी माना जाता है।
उत्तर: इस आरती के नियमित पाठ से बुद्धि, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है। यह जीवन के विघ्नों को दूर करती है और मन को शांति देती है।
उत्तर: नहीं, यह आरती आप घर पर, मंदिर में या किसी भी पूजा स्थल पर गा सकते हैं। इसे समूह में या अकेले भी गाया जा सकता है।
उत्तर: जी हां, आप Ganesh Ji Ki Aarti Hindi mein Likhit Satsang Premi वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं और अपने पाठ या कीर्तन में शामिल कर सकते हैं।
उत्तर: हां, यूट्यूब पर कई भक्ति गायकों द्वारा गाई गई गणेश जी की आरती के वीडियो उपलब्ध हैं, जिन्हें आप आरती करते समय सुन सकते हैं।