“जय द्वारकाधीश!”

अगर आप मुंबई या उसके आस-पास रहते हैं और गुजरात के द्वारका धाम जाने का समय नहीं निकाल पा रहे हैं, तो अब आपको निराश होने की जरूरत नहीं है।
पालघर जिले के विरार में एक भव्य और दिव्य Virar Dwarkadhish Mandir का निर्माण किया गया है, जिसे भक्त प्रेम से “मिनी द्वारका” (Mini Dwarka) भी कह रहे हैं।
विरार के शिरगांव (Shirgaon) में स्थित यह मंदिर वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है।
आज के इस ब्लॉग में हम आपको इस मंदिर के समय, इतिहास और लोकेशन की पूरी जानकारी देंगे।
Virar Dwarkadhish Mandir Timings (दर्शन और आरती का समय)
भक्तों के लिए सबसे महत्वपूर्ण जानकारी मंदिर खुलने का समय है। चूँकि यह एक कृष्ण मंदिर है, यहाँ पूजा-अर्चना पूरे विधि-विधान से होती है।
- मंदिर खुलने का समय: सुबह 6:00 बजे से
- मंदिर बंद होने का समय: रात 9:00 बजे तक
- आरती का समय (अनुमानित):
- मंगला आरती: सुबह 6:30 बजे
- संध्या आरती: शाम 7:30 बजे
- दोपहर का अवकाश: आमतौर पर दोपहर 1:00 बजे से 4:00 बजे तक मंदिर के पट (कपाट) विश्राम के लिए बंद रह सकते हैं।
(नोट: विशेष त्योहारों जैसे जन्माष्टमी या एकादशी पर समय में बदलाव हो सकता है।)
Virar Dwarkadhish Mandir Opening Date (कब हुआ उद्घाटन?)

इस भव्य मंदिर का इंतजार विरार और मुंबई के भक्त लंबे समय से कर रहे थे। इस मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा और उद्घाटन समारोह हाल ही में संपन्न हुआ है।
- Opening Date: 26 नवंबर 2025
इस दिन एक भव्य समारोह में भगवान द्वारकाधीश की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई, जिसमें हजारों भक्तों ने भाग लिया।
Virar Dwarkadhish Mandir About (मंदिर का इतिहास और वास्तुकला)
यह मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि वास्तुकला (Architecture) का बेजोड़ नमूना है। इसे गुजरात के मूल द्वारकाधीश मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है।

- निर्माण: इस मंदिर का निर्माण विरार के प्रसिद्ध ठाकुर परिवार (हितेंद्र ठाकुर और प्रवीणा ठाकुर) द्वारा करवाया गया है। प्रवीणा ठाकुर जी भगवान कृष्ण की अनन्य भक्त हैं और उनकी इच्छा थी कि विरार में द्वारकाधीश का एक भव्य धाम हो।
- वास्तुकला की खासियत:
- मंदिर का शिखर 90 फीट ऊँचा है।
- गर्भगृह तक पहुँचने के लिए मुख्य मंदिर में 56 सीढ़ियाँ बनाई गई हैं, जो मूल द्वारका मंदिर की याद दिलाती हैं।
- मंदिर के शिखर पर 52 गज का ध्वज फहराया जाता है।
- यह पूरा मंदिर पत्थरों से बना है और इसमें आधुनिक स्टील फ्रेम का उपयोग नहीं किया गया है, ताकि यह सदियों तक अडिग रहे।
Virar Dwarkadhish Mandir Address (पता और लोकेशन)
यह मंदिर विरार पूर्व (Virar East) के शांत और रमणीय इलाके शिरगांव में स्थित है।
- पूरा पता: श्री द्वारकाधीश मंदिर, शिरगांव (Shirgaon), विवा कॉलेज के पास, विरार (पूर्व), जिला पालघर – 401305 (महाराष्ट्र)
- लैंडमार्क: विवा इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (Viva Institute) के पास, कुम्भारपाड़ा।
कैसे पहुँचें (How to Reach):
- ट्रेन द्वारा: सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन विरार (Virar) है। विरार स्टेशन (पूर्व) से आप शेयरिंग ऑटो या बस लेकर शिरगांव/विवा कॉलेज के लिए निकल सकते हैं।
- सड़क द्वारा: यह मुंबई-अहमदाबाद हाईवे से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
Virar Dwarkadhish Mandir Photos और वातावरण

जैसे ही आप मंदिर परिसर में प्रवेश करते हैं, आपको एक अलग ही शांति का अनुभव होता है। Virar dwarkadhish mandir shirgaon photos सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। मंदिर की नक्काशी, पत्थर के खंभे और भगवान कृष्ण की काली मनमोहक मूर्ति (श्याम स्वरूप) भक्तों का मन मोह लेती है।
रात के समय मंदिर की लाइटिंग इसे और भी दिव्य बना देती है। सेल्फी और फोटोग्राफी के शौकीन लोगों के लिए मंदिर का बाहरी परिसर बहुत सुंदर है, लेकिन गर्भगृह में फोटोग्राफी के नियमों का पालन करें।
Reviews (भक्तों के अनुभव)
जो भी भक्त यहाँ दर्शन करने आ रहे हैं, वे इसे “विरार का गौरव” बता रहे हैं।
- शांति: शहर की भीड़भाड़ से दूर शिरगांव की हरियाली के बीच यह मंदिर बहुत सुकून देता है।
- व्यवस्था: मंदिर परिसर साफ-सुथरा और व्यवस्थित है।
- अनुभूति: भक्तों का कहना है कि यहाँ आकर उन्हें ऐसा लगता है जैसे वे सच में गुजरात के द्वारका धाम आ गए हों।
निष्कर्ष (Conclusion)

यदि आप विरार या मुंबई में रहते हैं, तो आपको सपरिवार Virar Dwarkadhish Mandir के दर्शन जरूर करने चाहिए। यह न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि भारतीय संस्कृति और कला का एक शानदार उदाहरण भी है।
अगली छुट्टी या वीकेंड पर ‘मिनी द्वारका’ जाने का प्लान जरूर बनाएं!
जय श्री कृष्णा!
(Disclaimer: मंदिर के समय और नियमों में ट्रस्ट द्वारा बदलाव किया जा सकता है। कृपया दर्शन के लिए जाने से पहले स्थानीय स्रोतों से पुष्टि कर लें।)
Also Read about: दिलवाड़ा जैन मंदिर
