Clickable Icon and Text 🔔
अभी पढ़े: भए प्रगट कृपाला दीनदयाला

श्री विश्वम्भरी स्तुति लिरिक्स (Vishwambhari Stuti Lyrics)

Summary: Vishwambhari Stuti Lyrics in Hindi.

Vishwambhari Stuti Lyrics

Vishwambhari Stuti Lyrics

विश्वंभरी अखिल विश्व तनी जनेता
विद्या धरी वदनमा वसजो विधाता

दुर्बुद्धिने दूर करी सदबुद्धि आपो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


भूलो पड़ी भवरने भटकू भवानी
सूझे नहीं लगिर कोई दिशा जवानी

भासे भयंकर वाली मन ना उतापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


आ रंकने उगरावा नथी कोई आरो
जन्मांड छू जननी हु ग्रही बाल तारो

ना शु सुनो भगवती शिशु ना विलापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


माँ कर्म जन्मा कथनी करता विचारू
आ स्रुष्टिमा तुज विना नथी कोई मारू

कोने कहू कथन योग तनो बलापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


हूँ काम क्रोध मद मोह थकी छकेलो
आदम्बरे अति घनो मदथी बकेलो

दोषों थकी दूषित ना करी माफ़ पापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


ना शाश्त्रना श्रवण नु पयपान किधू
ना मंत्र के स्तुति कथा नथी काई किधू

श्रद्धा धरी नथी करा तव नाम जापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो

Vishwambhari Stuti Lyrics


रे रे भवानी बहु भूल थई छे मारी
आ ज़िन्दगी थई मने अतिशे अकारि

दोषों प्रजाली सगला तवा छाप छापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


खाली न कोई स्थल छे विण आप धारो
ब्रह्माण्डमा अणु अणु महि वास तारो

शक्तिन माप गणवा  अगणीत  मापों
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


पापे प्रपंच करवा बधी वाते पुरो
खोटो खरो भगवती पण हूँ तमारो

जद्यान्धकार दूर सदबुध्ही आपो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


शीखे सुने रसिक चंदज एक चित्ते
तेना थकी विविधः ताप तळेक चिते

वाधे विशेष वली अंबा तना प्रतापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


श्री सदगुरु शरणमा रहीने भजु छू
रात्री दिने भगवती तुजने भजु छू

सदभक्त सेवक तना परिताप छापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो


 अंतर विशे अधिक उर्मी तता भवानी
गाऊँ स्तुति तव बले नमिने मृगानी

संसारना सकळ रोग समूळ कापो
माम पाहि ॐ भगवती भव दुःख कापो 

Also Read This: श्री खाटू श्याम स्तुति

Share it to someone:
Scroll to Top